What Is Frequency Drive Or AC Drive & Working Principal..?फ्रीक्वेंसी ड्राइव या AC ड्राइव क्या है और यह कैसे काम करती है। .?
फ्रीक्वेंसी ड्राइव या AC ड्राइव क्या है और यह कैसे काम करती है .?
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AC DRIVE IMAGES |
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AC DRIVE IMAGES |
हेलो दोस्तों आज हम इस ब्लॉग पोस्ट में AC ड्राइव पर चर्चा करेंगे और यह जानेंगे की यह क्या है इसे कहा उपयोग किया जाता है और इसकी वर्किंग प्रिंसिपल। .
इंडक्शन मोटर की स्पीड को कम या ज्यादा करने के लिए हम जिस इलेक्ट्रिकल डिवाइस कंट्रोलर का प्रयोग करते है उसे फ्रीक्वेंसी ड्राइव या AC ड्राइव कहते है , यह मोटर में जाने वाली फ्रीक्वेंसी और वोल्टेज दोनों को साथ में कम या ज्यादा कर के मोटर की स्पीड कण्ट्रोल करती है जिससे की आसानी से मोटर की स्पीड को को ज़रुरत के अनुसार कम या ज्यादा कर सकते है।
वैसे देखा जाय तो हम मोटर की स्पीड को कम या ज्यादा करने के लिए हम दो प्रकार के तरीको का प्रयोग करते है
1. मोटर के पोल (POLE ) की संख्या को कम या ज्यादा कर के , मोटर की पोल की संख्या जितनी ज्यादा रहेगी मोटर की स्पीड उतनी ज्यादा होगी और पोल की संख्या कम होने पर मोटर की स्पीड उतनी कम
मोटर की पोल के संख्या से स्पीड निकलने का फार्मूला है - NS = 120x F / P
जहा पर NS = मोटर की स्पीड (RPM )
F = फ्रीक्वेंसी
P = पोल
उदहारण के तौर पर हम मान लेते है की हमारी मोटर 8 पोल की है तो RPM .. ?
NS (RPM )= 120 x 50 /8
NS (RPM )= 6000 /8
NS (RPM )= 750
2. दूसरी विधि है फ्रीक्वेंसी ड्राइव या AC ड्राइव का प्रयोग करके।
ऊपर दिए गए दोनों विधि में से हम दूसरी विधि का उपयोग ज्यादा करते है क्यों की पहली विधि से मोटर की स्पीड को कण्ट्रोल करने के लिए पोलो की संख्या को कम या ज्यादा करना पड़ेगा जो की मुश्किल है क्यों की मोटर के पोलो की संख्या नियत (फिक्स्ड ) रहती है।
Working Principal Of Frequency Drive Or AC Drive-
फ्रीक्वेंसी ड्राइव के अंदर तीन पार्ट्स होते है जिसके द्वारा मोटर की स्पीड को कंट्रोल किया जाता है -![]() |
Block Diagram For AC Drive |
1. कनवर्टर यूनिट (Converter Unit ) - इस यूनिट का काम AC सप्लाई को DC सप्लाई में बदलना होता है ,इस यूनिट में रेक्टिफायर (Rectifier) लगा होता है हमारी AC सप्लाई को DC में कन्वर्ट कर देती है
2. फ़िल्टर यूनिट (Filter Unit )- इस यूनिट का काम कनवर्टर यूनिट द्वारा प्राप्त DC सप्लाई को फ़िल्टर (शुद्धिकरण ) करना होता है ,क्यों की जो DC सप्लाई कनवर्टर यूनिट दवरा प्राप्त होता होता है वह प्योर DC
नहीं होती है उसमे कुछ DC के अंश रह जाते है अतः प्योर DC सप्लाई के लिए फ़िल्टर का प्रयोग करते है
3. इन्वर्टर यूनिट (इन्वर्टर यूनिट ) - इस यूनिट का काम फ़िल्टर यूनिट द्वारा प्राप्त प्योर DC सप्लाई को फिर से AC सप्लाई में परिवर्तित (बदलना ) करना होता है और यही सप्लाई मोटर की दी जाती है ,इस यूनिट द्वारा प्राप्त AC सप्लाई के फ्रीक्वेंसी और वोल्टेज को कम या ज्यादा कर के हम मोटर की स्पीड को कण्ट्रोल कर सकते है
अगर हम फ्रीक्वेंसी ज्यादा बढ़ायेंगे तो मोटर ज्यादा स्पीड चलेगी और फ्रीक्वेंसी को कम करने पर कम स्पीड स्पीड में चलेगी।
फ्रीक्वेंसी ड्राइव में मोटर की स्पीड को कण्ट्रोल करने के लिए मोटर की टेक्निकल डिटेल (जो की नेम प्लेट में मिल जाएगी ) को ड्राइव के पैरामीटर में प्रोग्रामिंग करना पड़ता है
फ्रीक्वेंसी ड्राइव या AC ड्राइव के फायदे ,Advantages of VFD Or AC Drive
1. इलेक्ट्रिकल एनर्जी की सेविंग होती है जिससे की इलेक्ट्रिक बिल कम आता है
2. पावर फैक्टर को इम्प्रूवमेंट (Improvement ) होता है
3. हमारी मोटर स्मूथ स्टार्ट और स्मूथ स्टॉप (smooth start & Smooth Stop ) होती है जिससे की मोटर और मोटर से कनेक्टेड गियर बॉक्स दोनों सुरक्षित रहते है
4. यह हमारी मोटर को फेस लोस अर्थ फाल्ट ,फेस unbalance जैसे फाल्ट से
सुरक्षा (प्रोटेक्शन )प्रदान करती है
5. कम पावर लेती है (Reduce the Power when No Required )
Wiring Diagram for AC Drive, फ्रीक्वेंसी ड्राइव और मोटर का कनेक्शन डायग्राम
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Connection Diagram of AC Drive |
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