Skip to main content

What Is Photocell Sensor ?,Photocell सेंसर क्या है और यह कैसे काम करता है .?

What Is Photocell Sensor ?,Photocell  सेंसर क्या  है और यह कैसे काम करता है .?

हेलो दोस्तों आज हम एक बहुत ही मज़ेदार टॉपिक फोटोशेल सेंसर पर जानकारी प्राप्त करेंगे , और यह समझेंगे की यह क्या है ,कैसे काम करता है और कहा पर उपयोग किया जाता है। 

फोटोशेल  सेंसर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस या यो कह ले की यह एक ट्रान्सडूसर (Transducer ) है जो की  इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन ,xray ,या प्रकाश की किरण (ray )  के संपर्क में आने पर वोल्टेज या करंट उत्पन्न करता है।  साधारण शब्दों में यह एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिस पर हम जब लाइट या कोई भी रौशनी को डालते है तो इसके  द्वारा आउटपुट के रूप में वोल्टेज प्राप्त होता है ,यह kinetic एनर्जी (गतिक ऊर्जा ) को इलेक्ट्रिकल एनर्जी में परिवर्तित करती  है 

वर्किंग प्रणाली  - फोटोशेल सेंसर फोटोइलेक्ट्रिक (प्रकाश विद्युत् प्रभाव ) के सिद्धांत पर कार्य करती है। इस सिद्धांत के अनुसार जब कोई इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन  जैसे की -पराबैगनी  किरण ,Xray  किसी मेटल (धातु ) की सतह पर पड़ती है तो मेटल (धातु) की सतह से इलेक्ट्रान निकलने (उत्सर्जित ) लगते है और इसे ही Photoelectric effect कहते है। इस प्रक्रिया के दौरान जो electrons निकलता है उसे photoelectron कहा जाता है 


Photocell की संरचना (बनावट )-  


 Photocell Images 



 फोटोशेल सेंसर एक निर्वात (evacuated ) glass tube में  दो प्रकार के Electrodes (मेटल )से मिलाकर बना होता है जिसमे एक इलेक्ट्रोड को emitter (C ) तथा दूसरे इलेक्ट्रोड को  Collector (A ) कहा जाता है ,emitter इलेक्ट्रोड  का आकर  Semi-hollow Cylinder (आधा खोखला सिलिंडर ) की तरह होता  और यह Negative potential ( नेगटिव  विभव )  का गुण रखता  है , जबकि Collector  एक metal rod (धातु  की छड़ ) के आकर के रूप में emitter के axis पर लगा होता है ,collector प्लेट हमेशा Positive Potential (धनात्मक विभव )गुण रखता  है ,और  इस पुरे glass tube को एक non -metallic  पदार्थ के बेस पर install (फिट ) कर देते है।
जैसे ही फोटोशेल के Emitter पर हम प्रकाश (लाइट ) डालते है वैसे ही सर्किट में इलेक्ट्रिक करंट फ्लो (प्रवाहित ) होने लगती है और जैसे ही हम प्रकाश (लाइट ) को बंद करते है तो सर्किट में इलेक्ट्रिक करंट का फ्लो (प्रवाह ) बंद हो जाता है.

और ठीक इसके विपरीत जब हम Collector पर प्रकाश (light ) डालते है तो हम देखते है की सर्किट में कोई भी इलेक्ट्रिक करंट फ्लो (प्रवाहित ) नहीं हो रही है।

इसका मुख्य कारण यह है की जब हम प्रकाश (Light ) को  Emitter (Negative  Potential ) पर डालते है तो   इससे जो  इलेक्ट्रान   निकलता  है उसे Collector (Positive Potential )प्लेट अपनी  ओर आकर्षित  (attract ) कर लेता है जिससे  सर्किट पूरी होने के कारण सर्किट में इलेक्ट्रिक करंट फ्लो (प्रवाहित ) होने लगती है , जबकि हम प्रकश (Light ) को Collector (Positive Potential ) प्लेट पर डालते है तो है इससे जो इलेक्ट्रान निकलते है वे Emitter (Negative Potential ) प्लेट की ओर आकर्षित नहीं होते क्यों की इलेक्ट्रान स्वयं ही नेगेटिव गुण वाले होते है जिसके कारण सर्किट पूरा नहीं होने से सर्किट में इलेक्ट्रिक करंट फ्लो (प्रवाहित ) नहीं होती है

Uses Of Photocell Sensor, Photocell Sensor  का उपयोग -

1. Burner & Burglar Alarm में 
2. Exposure Meter में 
3.Lux-Meter Measuring  में 
4. Reproduction Of Sound में 
5.Street Light में लाइट कण्ट्रोल करने में 



Comments

Popular posts from this blog

What Is the Megger and How Its Work..?What Is The Megger ? मेगर क्या है और यह कैसे काम करता है.?

What Is The Megger ? मेगर क्या है और यह कैसे काम करता है.? हेलो दोस्तों ,आज हम लोग मेगर (megger) के बारे में चर्चा करेंगे।  अगर आप लोग इंडस्ट्रीज में electrical का वर्क करते हो तो इस instrument के बारे में ज़रूर सुना होगा।  तो  दोस्तों  आइये अब हम जानते है की megger क्या है और इसके क्या उपयोग है  Megger  एक इंसुलेशन टेस्टर है ,इसके द्वारा हम किसी  भी  इलेक्ट्रिकल उपकरण ,केबल ,ट्रांसफार्मर  का  insulation रेजिस्टेंस को चेक करते है ,सबसे  पहले इसे electrical Testing Equipment बनाने वाली  कंपनी (Megger) ने इसे बनाया था इसलिए इसे मेग्गेर के नाम से जाना जाता है लेकिन यह वास्तव में एक insulator Tester है  ,  इसके दवारा हम बड़ी बड़ी मोटर ,,हैवी  केबल का रेजिस्टेंस,,अर्थिंग रेजिस्टेंस ,कंडक्टर के इंसुलेटर के इंसुलेशन को measure करते है।  यह  इंसुलेशन रेजिस्टेंस को मेगा ओम में measure करता है इसलिए इसे  हम Ohm Meter भी बोलते है  यह दो प्रकार के होते है  1.  हैंड...

How to Calculate Motor Current ..? मोटर का करंट निकालना सीखे

How To Calculate Motor Current..? मोटर का करंट निकालना सीखे    . हे लो दोस्तों आज हम इस ब्लॉग में सिंगल फेस (Single Phase ) मोटर और  थ्री फेस  (Three Phase ) मोटर का करंट निकलना सीखेंगे।   पहले हम सिंगल फेस मोटर का करंट निकलना सीखेंगे - सिंगल फेस मोटर का करंट निकालने का फार्मूला (सूत्र) है -  P = V x I x Cos𝚹  जहाँ  P = मोटर की पावर है वाट (Watt ) में  V  = सप्लाई  वोल्टेज है ,जो की सिंगल फेस में 230 वोल्ट होती है  I = मोटर की करंट है एम्पेयर (Amp) में  Cos𝚹 = मोटर की पावर फैक्टर (Pf ) वैल्यू है जिसका मान 0. 85  होता है जो की नियत (constant ) रहता है  अब मान लेते  की हमारे पास एक 2 HP  की सिंगल फेस मोटर है और हमें इसका करंट निकालना है। .? तो सबसे पहले हमें  2HP   मोटर को Watt  में कन्वर्ट करना पड़ेगा जिसका फार्मूला है  1 HP =746 Watt , तो 2 HP = 2 x 746 =  1492  Watt  तो  यहाँ पर हमारे पास ज्ञात वैल्यू नीचे दिया गया है -...

Why is start delta Starte..?स्टार -डेल्टा स्टार्टर क्या है और यह कैसे काम करता है .?

Why use star delta starter..?  स्टार -डेल्टा स्टार्टर क्या है और यह कैसे काम करता है .? हेलो दोस्तों आज हम इस ब्लॉग में स्टार -डेल्टा स्टार्टर के बारे में चर्चा करेंगे और यह जानेंगे की यह क्या है और इसका उपयोग क्यों किया जाता है साथ ही हम इसके पावर सर्किट और कण्ट्रोल सर्किट भी बनेंगे। दोस्तों स्टार -डेल्टा स्टार्टर का उपयोग  10HP  से ज्यादा पावर की मोटर में किया जाता है ,क्यों की इन मोटरो का स्टार्टिंग करंट ज्यादा होता है अगर हम 10HP से ज्यादा पावर की मोटर को DOL स्टार्टर से चलाएंगे तो यह  अपने  फुल लोड करंट से  5 से 7 गुणा करंट ज्यादा लेगी जिससे की हमारी वाइंडिंग की Coil गरम होकर जल जाएगी ,अतः मोटर की स्टार्टिंग करंट और टॉर्क को कम करने के लिए स्टार -डेल्टा स्टार्टर का उपयोग किया जाता है। working प्रणाली - स्टार्ट -डेल्टा स्टार्टर द्वारा सबसे पहले मोटर को स्टार में स्टार्ट किया जाता है ,स्टार में मोटर को कम वोल्टेज पर चलाया जाता है और इस समय इसका टॉर्क (घूर्णन गति ) भी कम रहती है और जैसे ही मोटर अपने फुल टॉर्क (घूर्णन गति ) पर घूमने लगती है ...