Skip to main content

Which Motor Use In Train ? ट्रैन में कौन से मोटर का उपयोग करते है ?Traction मोटर क्या है ?

Which Motor Use In Train ? ट्रैन में कौन सी मोटर का उपयोग करते है ? Traction मोटर क्या है ?


दोस्तों आज हम अपने ब्लॉग में ट्रैन में लगने वाली मोटर के बारे में बात करेंगे। हम यहाँ पर यह बताने वाले है की ट्रैन में किस प्रकार की मोटर उपयोग करते है ,इसका  है ,कितने पावर की होती है  और यह कैसे वर्क  करती है।

ट्रैन में हम ट्रैक्शन (Traction ) मोटर का उपयोग करते है ,दोस्तों मोटर की पावर को हमेशा KW/HP में मापते (measure )करते  है आपने घर में लगने वाले वाटर पंप की मोटर को देखा ही होगा जो सामान्यतः 1 HP या 2 HP  सिंगल फेस पर चलने वाली होती है ,इंडस्ट्रीज की इंडक्शन मोटर को भी देखा होगा जो की 5HP  या उससे ऊपर की रेंज की थ्री फेस पर चलने वाली होती है।

दोस्तों ट्रैन में थ्री फेस इंडक्शन मोटर लगी रहती है जो की AC सप्लाई द्वारा ऑपरेट  है ,लेकिन कुछ सालो पहले ट्रैन में DC मोटर का उपयोग किया जाता था ,समय -समय पर तकनीक (टेक्निकल ) पर विस्तार होता 
गया और आज के दौर में DC मोटर के बदले AC मोटर  अपना स्थान स्थापित कर लिया है


थ्री फेस AC  ट्रैक्शन मोटर 


AC ट्रैक्शन मोटर के इनपुट में  थ्री फेस की वेरिएबल वोल्टेज  (Variable Voltage ) की सप्लाई दी जाती है जिसकी रेंज  0 वाल्ट वोल्ट से लेकर 950 वोल्ट  होती है जिसकी frequency वेरिएबल (Variable ) रहती है ,अथार्थ AC ट्रैक्शन मोटर को कण्ट्रोल AC Frequency  Drive  द्वारा किया जाता  है। 

लोको पाइलट को जिस स्पीड (गति ) से ट्रैन को चलना होता है वह इंजन में लगे हैंडल द्वारा कमांड IGBT को देता है और IGBT 0 वोल्ट से लेकर 950 वोल्ट तक की थ्री  फेस सप्लाई जेनरेट (उत्पादित ) करके मोटर को फीड करता है  और इसमें लगे हैंडल को उप -डाउन करके मोटर की स्पीड को कम या ज्यादा करते है जिसके कारण ट्रैन की भी स्पीड कम या ज्यादा होने लगती है



वर्किंग प्रक्रिया -  दोस्तों ट्रैक्शन मोटर  शाफ़्ट पर एक पिनियन गियर (Pinion gear ) लगा रहता है था ट्रेन के व्हील के axle पर पुल गियर लगा रहता है और ये दोनों गियर ( पिनियन गियर और पुल गियर) एक दूसरे से mechanically  कनेक्टेड रहते है और जैसे ही मोटर घूमती (मूव)है वैसे ही पुल गियर भी घूमने लगता है जिसके कारन ट्रैन के व्हील (चक्का ) रेलवे ट्रैक पर दौड़ने लगते है।
AC ट्रैक्शन मोटर रेलवे इंजन के चारो Axle पर लगा होता है जिससे की रेलवे इंजन को हाई ट्रैक्शन पावर मिलता है जिसके कारण ही हमारी इंजन इतने सारे लगे डिब्बों को खींचने में समर्थ हो पाती है
दोस्तों  बात और इसमें axle पर लगे सभी मोटरो की स्पीड (rpm ) एक सामान रहती है।

Images of AC Traction Motor With Pinion Gear 



  Power of AC Traction Motorदोस्तों हमारे ट्रैन में 250 KW की चार मोटर का प्रयोग किया जाता है ,मतलब टोटल पावर  250 x 4 = 1000 KW( 1340HP )  की मोटर का प्रयोग किया जाता है 

ठीक इसी तरह WAG -9 लोकोमोटिव में 1200 HP का मोटर उपयोग किया जाता है इस इंजन की उपयोग मालगाड़ियों (गुड्स ट्रैन ) में होता है , जबकि  आप WAP - 7   लोकोमोटिव  में 850 KW (1140HP) की मोटर का उपयोग किया जाता है और इस इंजन का उपयोग  पैसेंजर ट्रैन (यात्री ट्रैन ) में किया जाता है। 

 




Comments

Popular posts from this blog

What Is the Megger and How Its Work..?What Is The Megger ? मेगर क्या है और यह कैसे काम करता है.?

What Is The Megger ? मेगर क्या है और यह कैसे काम करता है.? हेलो दोस्तों ,आज हम लोग मेगर (megger) के बारे में चर्चा करेंगे।  अगर आप लोग इंडस्ट्रीज में electrical का वर्क करते हो तो इस instrument के बारे में ज़रूर सुना होगा।  तो  दोस्तों  आइये अब हम जानते है की megger क्या है और इसके क्या उपयोग है  Megger  एक इंसुलेशन टेस्टर है ,इसके द्वारा हम किसी  भी  इलेक्ट्रिकल उपकरण ,केबल ,ट्रांसफार्मर  का  insulation रेजिस्टेंस को चेक करते है ,सबसे  पहले इसे electrical Testing Equipment बनाने वाली  कंपनी (Megger) ने इसे बनाया था इसलिए इसे मेग्गेर के नाम से जाना जाता है लेकिन यह वास्तव में एक insulator Tester है  ,  इसके दवारा हम बड़ी बड़ी मोटर ,,हैवी  केबल का रेजिस्टेंस,,अर्थिंग रेजिस्टेंस ,कंडक्टर के इंसुलेटर के इंसुलेशन को measure करते है।  यह  इंसुलेशन रेजिस्टेंस को मेगा ओम में measure करता है इसलिए इसे  हम Ohm Meter भी बोलते है  यह दो प्रकार के होते है  1.  हैंड...

How to Calculate Motor Current ..? मोटर का करंट निकालना सीखे

How To Calculate Motor Current..? मोटर का करंट निकालना सीखे    . हे लो दोस्तों आज हम इस ब्लॉग में सिंगल फेस (Single Phase ) मोटर और  थ्री फेस  (Three Phase ) मोटर का करंट निकलना सीखेंगे।   पहले हम सिंगल फेस मोटर का करंट निकलना सीखेंगे - सिंगल फेस मोटर का करंट निकालने का फार्मूला (सूत्र) है -  P = V x I x Cos𝚹  जहाँ  P = मोटर की पावर है वाट (Watt ) में  V  = सप्लाई  वोल्टेज है ,जो की सिंगल फेस में 230 वोल्ट होती है  I = मोटर की करंट है एम्पेयर (Amp) में  Cos𝚹 = मोटर की पावर फैक्टर (Pf ) वैल्यू है जिसका मान 0. 85  होता है जो की नियत (constant ) रहता है  अब मान लेते  की हमारे पास एक 2 HP  की सिंगल फेस मोटर है और हमें इसका करंट निकालना है। .? तो सबसे पहले हमें  2HP   मोटर को Watt  में कन्वर्ट करना पड़ेगा जिसका फार्मूला है  1 HP =746 Watt , तो 2 HP = 2 x 746 =  1492  Watt  तो  यहाँ पर हमारे पास ज्ञात वैल्यू नीचे दिया गया है -...

Why is start delta Starte..?स्टार -डेल्टा स्टार्टर क्या है और यह कैसे काम करता है .?

Why use star delta starter..?  स्टार -डेल्टा स्टार्टर क्या है और यह कैसे काम करता है .? हेलो दोस्तों आज हम इस ब्लॉग में स्टार -डेल्टा स्टार्टर के बारे में चर्चा करेंगे और यह जानेंगे की यह क्या है और इसका उपयोग क्यों किया जाता है साथ ही हम इसके पावर सर्किट और कण्ट्रोल सर्किट भी बनेंगे। दोस्तों स्टार -डेल्टा स्टार्टर का उपयोग  10HP  से ज्यादा पावर की मोटर में किया जाता है ,क्यों की इन मोटरो का स्टार्टिंग करंट ज्यादा होता है अगर हम 10HP से ज्यादा पावर की मोटर को DOL स्टार्टर से चलाएंगे तो यह  अपने  फुल लोड करंट से  5 से 7 गुणा करंट ज्यादा लेगी जिससे की हमारी वाइंडिंग की Coil गरम होकर जल जाएगी ,अतः मोटर की स्टार्टिंग करंट और टॉर्क को कम करने के लिए स्टार -डेल्टा स्टार्टर का उपयोग किया जाता है। working प्रणाली - स्टार्ट -डेल्टा स्टार्टर द्वारा सबसे पहले मोटर को स्टार में स्टार्ट किया जाता है ,स्टार में मोटर को कम वोल्टेज पर चलाया जाता है और इस समय इसका टॉर्क (घूर्णन गति ) भी कम रहती है और जैसे ही मोटर अपने फुल टॉर्क (घूर्णन गति ) पर घूमने लगती है ...