Difference Between Neutral & Earth..?, न्यूट्रल और अर्थ में क्या अंतर है। .?
दोस्तों आज हम इस ब्लॉग पर बहुत ही interesting subject न्यूट्रल को समझेंगे ,बहुत सारे लोग फेज बारे में जानते है ,बस कुछ ही लोगो न्यूट्रल और अर्थ के बारे में मालूम होगा।
जैसा की हम जानते है की इलेक्ट्रिकल सप्लाई का आधार ,फेज ,न्यूट्रल और अर्थ है।
इलेक्ट्रिकल में फेज वायर का कलर - रेड (लाल ) या ब्राउन (भूरा )होता है ,
न्यूट्रल वायर का कलर - काला (ब्लैक ) होता है ,और अर्थ वायर का कलर हरा (ग्रीन) होता है।
हमें मालूम है की हमारी पृथ्वी हरी भरी है अतः इसी आधार पर अर्थ वायर में हम ग्रीन कलर के वायर का उपयोग करते है।
न्यूट्रल का निर्माण - इसे हम एक चित्र के द्वारा समझने की कोशिस करेंगे की न्यूट्रल का निर्माण कैसे होता है
दोस्तों ऊपर चित्र में हमने स्टार सकनेक्टेड स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर लिया है। इसमें आप देख रहे होंगे की ट्रांसफार्मर की तीनो coil आपस में एक दूसरे से एक जंक्शन पर आकर कनेक्ट हो गये है और इसी जंक्शन के दवारा न्यूट्रल का निर्माण होता है क्यों की जब ट्रांफॉर्मर की तीनो coil शार्ट होती है तो वहा तीनो फेज का वोल्टेज शार्ट जंक्शन पर शून्य हो जाता है।
इस न्यूट्रल को हमें ग्राउंड (अर्थ) भी करना होता है ,अब आप लोग यह सोच रहे होंगे की अर्थ वायर तो ग्राउंड है तो फिर न्यूट्रल को अर्थ करना पड़ता है।
आपने कई बार टेस्टर लगा कर देखा होगा की कभी कभी न्यूट्रल में भी टेस्टर की लाइट glow होती है , ऐसा तीनो फेज पर लोड डिफरेंस कारण होता है जिसके कारन न्यूट्रल में कुछ वोल्टेज leakage होती है,इसी लीकेज वोल्टेज को अर्थ के द्वारा शून्य करते है।
तो दोस्तों अब आप लोगो को समझ में आ गया होगा की न्यूट्रल के बिना कोई भी इलेक्ट्रिकल सर्किट पूर्ण नहीं हो सकती , अतः बिना न्यूट्रल के हम कोई भी इलेक्ट्रिकल उपकरण नहीं चला सकते।
अब हम अर्थ को समझने की कोशिश करेंगे --
कोई भी इलेक्ट्रिक उपकरण में लीकेज करंट को दूर करने के लिए हमें उस उपकरण को अर्थ करने की ज़रुरत पड़ती है ,अतः साधारण शब्दों ने मनुष्य की सुरक्षा के लिए अर्थिंग वायर की आवश्यकता होती है
उदहारण के लिए - मान लेते है की हमारे पास एक इलेक्ट्रिक फैन है जिसे हमने चलाने ले लिए एक फेज ,एक न्यूट्रल और इस फैन को हमने अर्थ वायर द्वारा अर्थिंग से कनेक्ट कर दिया है ,अब अगर यदि कभी फेज वायर कट कर फैन के बॉडी में टच भी हो जायेगा तो इस अवस्था में उस फैन की बॉडी में जितनी भी लीकेज करंट प्रवाहित हो रही होगी ो सभी करंट अर्थ वायर द्वारा अर्थ में चली जाएगी और इस अवस्था में अगर कोई मनुष्य इस फैन तो टच भी करे तो उस मनुष्य को करंट नहीं लगेगा।
अब ऐसा इस लिए होता है क्यों की , हम जानते है की मानव के शरीर का गीले अवस्था में रेजिस्टेंस १०००० ओम और सूखे मानव शरीर का रेजिस्टेंस १००० ओम होता है जबकि अर्थ का रेजिस्टेंस 1ओम से 2 ओम के बीच रहता है और लीकेज करंट अर्थ वायर के बहुत ही कम रेजिस्टेंस होने के कारन मानव शरीर से न जाकर अर्थ वायर द्वारा पृथ्वी में चली जाती है।
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